Anuga FoodTec India
ANUTEC 2023: वैशà¥à¤µà¤¿à¤• गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ मानकों में खरा उतरता à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सकरण उदà¥à¤¯à¥‹à¤—
उदà¥à¤¯à¥‹à¤— जगत के लोगों का कहना है कि जैविक कृषि उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ बढ़ाने की वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ है

सà¥à¤¶à¥€à¤² मिशà¥à¤°
à¤à¤¾à¤°à¤¤ का खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•रण उदà¥à¤¯à¥‹à¤— वैशà¥à¤µà¤¿à¤• बाजार में à¤à¥€ तेजी से अपने पैर पसार रहा है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• बाजार में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ के साथ आगे बढ़े इसके लिठसरकार की तरफ से विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दिया जा रहा है। साथ ही उदà¥à¤¯à¥‹à¤— जगत की तरफ से à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤¾à¤°à¥à¤§à¥€ बाजार को समà¤à¤¨à¥‡ के लिठमंच उपलबà¥à¤§ कराठजा रहे हैं। मà¥à¤‚बई में शà¥à¤°à¥ हà¥à¤ अनà¥à¤Ÿà¥‡à¤• (इंटरनेशनल फूडटेक इंडिया à¤à¤‚ड अनà¥à¤«à¥‚ड इंडिया 2023) में आकर उदà¥à¤¯à¥‹à¤— जगत के खिलाड़ी नठदौर की तकनीक, जà¥à¤žà¤¾à¤¨, योजनाओं और उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ की जानकारी साà¤à¤¾ कर रहे हैं।
खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•रण राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ सिंह पटेल ने कहा है कि सरकार की पहल से खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•रण उदà¥à¤¯à¥‹à¤— को वैशà¥à¤µà¤¿à¤• गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ और सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ मानकों को पूरा करने में मदद कर रही हैं।
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ किसान संपदा योजना , पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सूकà¥à¤·à¥à¤® खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•रण उदà¥à¤¯à¤® योजना और उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ (पीà¤à¤²à¤†à¤ˆ) योजना खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•रण मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रूप से समरà¥à¤¥à¤¿à¤¤ तीन महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® हैं। ये पहल हमारे उदà¥à¤¯à¥‹à¤— को वैशà¥à¤µà¤¿à¤• गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ और सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ मानकों को पूरा करने में मदद करती हैं, जिससे संपूरà¥à¤£ खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•रण मूलà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला को लाठहोता है।
सरकार ने PMKSY को बनाठरखने के लिठ4,600 करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ आवंटित किठहैं, और हाल ही में PMKSY को अतिरिकà¥à¤¤ 920 करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ का आवंटन, इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की वृदà¥à¤§à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सरकार की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ की पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ करता है।
MSME मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ में संयà¥à¤•à¥à¤¤ सचिव (SME) मरà¥à¤¸à¥€ à¤à¤ªà¤¾à¤“ ने कहा कि सूकà¥à¤·à¥à¤®, लघॠऔर मà¤à¥‹à¤²à¥‡ उदà¥à¤¯à¤® देश के सकल घरेलू उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ (जीडीपी) में 30 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤, निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ में करीब 50 फीसदी और औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ का 45 फीसदी योगदान देते हैं। रोजगार के मामले में MSME फिलहाल दूसरे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर लेकिन 2030 तक सबसे बड़ा रोजगार सृजनकरà¥à¤¤à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° बन जाà¤à¤—ा। à¤à¤®à¤à¤¸à¤à¤®à¤ˆ को विविधता लाने में सहायता के लिठ50,000 करोड़ का आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ कोष à¤à¥€ बनाया गया है।
उदà¥à¤¯à¥‹à¤— जगत के लोगों का कहना है कि जैविक कृषि उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ बढ़ाने की वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ है। उदà¥à¤¯à¥‹à¤— को à¤à¥€ इन उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ की गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ और मानक में सà¥à¤§à¤¾à¤° पर काम करना चाहिà¤à¥¤ हर देश के मानक अलग अलग है जिसको धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखकर उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ तैयार करने होगे।
जैविक खादà¥à¤¯ खंड à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° है। हमें इसपर काम करने की जरूरत है। वैशà¥à¤µà¤¿à¤• बाजार लगà¤à¤— 135 अरब डॉलर का है जबकि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ सिरà¥à¤« 70 करोड़ डॉलर है। इसमें बहà¥à¤¤ गà¥à¤‚जाइश है। हम इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ लगा रहे हैं। इन वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मानकों को बढ़ावा देने और आयात कर रहे देशों के मानकों का अनà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ करने की जरूरत है।
उदà¥à¤¯à¥‹à¤— के आंकड़ों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•रण उदà¥à¤¯à¥‹à¤— की देश के कà¥à¤² खादà¥à¤¯ बाजार में 32 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का उà¤à¤°à¤¤à¤¾ हà¥à¤† खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•रण कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° वरà¥à¤· 2024 तक 90 लाख नौकरियां पैदा करने के साथ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ वृदà¥à¤§à¤¿ के लिठतैयार है। इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° का निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ में 13 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ और औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक निवेश में छह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ योगदान है। 1.3 अरब डॉलर के बाजार आकार के साथ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ खादà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° सालाना 20 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ की दर से बढ़ रहा है।
तीन दिवसीय अनà¥à¤Ÿà¥‡à¤• इंटरनेशनल फूडटेक इंडिया में बà¥à¤°à¤¾à¤œà¥€à¤², फिलिपीन, तà¥à¤°à¥à¤•ी, इंडोनेशिया, दकà¥à¤·à¤¿à¤£ कोरिया, इटली और ईरान के विशेष मंडपों के साथ 28 से अधिक देशों की 800 से अधिक कंपनियों की à¤à¤¾à¤—ीदारी देखी गई।
Press Coverage By:Hindi.business-standard.com
